प्रयागराज, 20 अक्टूबर 2024 – उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार ने महाकुंभ 2025 को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में प्रयागराज में होने वाले इस महापर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए सात स्तरीय सुरक्षा योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत 37,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल होंगी, जो महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखेंगी।
मेला क्षेत्र को 10 जोन, 25 सेक्टर, 56 थानों और 155 चौकियों में विभाजित किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रमुख धार्मिक स्थलों, शिविरों, पुलों और घाटों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। इसके साथ ही, आतंकी गतिविधियों की रोकथाम के लिए खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा जाएगा।
सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सात चरणों में सुरक्षा जांच की जाएगी, जिसमें मेला क्षेत्र में प्रवेश से पहले स्क्रीनिंग, राज्य और जोन की सीमाओं पर सघन जांच और मेला क्षेत्र के बाहरी व आंतरिक हिस्सों में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था शामिल है।
महाकुंभ के लिए हाई-टेक निगरानी
इस बार सुरक्षा के लिए एआई-इनेबल्ड सीसीटीवी कैमरे और इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (ICCC) का भी सहारा लिया जाएगा। यह केंद्र रियल टाइम मॉनिटरिंग के साथ खुफिया जानकारी जुटाने का काम करेगा, जिससे भीड़ नियंत्रण और आपात स्थितियों पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सकेगी।
महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर
13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रयागराज का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर दिशा-निर्देश दिए। अक्षयवट कॉरिडोर सौंदर्याकरण योजना का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया और इसके कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। अक्षयवट, जिसकी पौराणिक मान्यता है, महाकुंभ के दौरान प्रमुख आस्था केंद्रों में से एक होगा।
सरकार का उद्देश्य महाकुंभ 2025 को न केवल आध्यात्मिक रूप से भव्य बनाना है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी इसे एक मिसाल के रूप में पेश करना है। महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक होगा, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।