थायराइड का नाम सुनते ही अक्सर मोटापा, थकान या सांस की समस्या की चर्चा होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक छोटा सा ग्लैंड, जो तितली के आकार का होता है और केवल 28 ग्राम वजन का होता है, आपके पूरे शरीर के मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करता है? अगर यह ग्लैंड गड़बड़ कर जाए तो इसके दुष्प्रभाव न केवल दिल और आंखों, बल्कि पूरे शरीर पर पड़ते हैं। खासतौर पर, थायराइड से जुड़ी एक समस्या ‘थायराइड आई डिज़ीज़’ सीधा आपकी आंखों को प्रभावित कर सकती है और इसे अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है। आइए, इस महत्वपूर्ण विषय को विस्तार से समझते हैं।
थायराइड ग्लैंड का काम और उसकी भूमिका
थायराइड ग्लैंड आपके शरीर की ऊर्जा, ब्रीदिंग, मांसपेशियों की ताकत, भूख, दिल की धड़कन और यहां तक कि शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है। यह हार्मोन का उत्पादन करता है जो शरीर के कई कार्यों को सुचारु रूप से चलाने में मदद करता है। यदि थायराइड सही तरीके से काम न करे, तो इसका प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ सकता है, जैसे:-
– त्वचा की समस्या
– बालों का झड़ना
– मांसपेशियों की कमजोरी
– शारीरिक थकान
– मेटाबोलिज्म का असंतुलन
थायराइड ग्लैंड की गड़बड़ी से मस्तिष्क की क्षमता भी कम हो सकती है और शरीर उम्र से पहले बूढ़ा दिखने लगता है।
थायराइड आई डिज़ीज़: एक खतरनाक स्थिति
थायराइड की गड़बड़ी से होने वाली एक गंभीर समस्या ‘थायराइड आई डिज़ीज़ (Thyroid Eye Disease)’ है। यह एक ऑटो इम्यून डिज़ीज़ है, जिसमें थायराइड हार्मोन का स्तर बढ़ने या घटने से आंखों की मांसपेशियां और टिशूज प्रभावित होते हैं। इस बीमारी के लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिससे समस्या गंभीर हो जाती है।
थायराइड आई डिज़ीज़ के लक्षण
1. आंखों में जलन
2. सूजन
3. आंखों के मसल्स में खिंचाव
4. नजर कमजोर होना
5. कॉर्निया का बाहर की ओर उभरना
6. आंख खोलने और बंद करने में परेशानी
यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह आंखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।
थायराइड के सामान्य लक्षण
थायराइड की समस्या को पहचानना आसान नहीं होता, लेकिन कुछ लक्षणों पर ध्यान देकर इसे समय रहते पकड़ा जा सकता है:
– लगातार थकान
– घबराहट और चिड़चिड़ापन
– हाथों में कंपन
– नींद की कमी
– बालों का झड़ना
– मांसपेशियों में दर्द
इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
थायराइड को कंट्रोल करने के उपाय
थायराइड को नियंत्रित करना कठिन नहीं है, बशर्ते आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करें और नियमित रूप से इन उपायों का पालन करें:
दिनचर्या में शामिल करें-
1. व्यायाम:- नियमित वर्कआउट हार्मोन संतुलन में मदद करता है।
2. एप्पल साइडर विनेगर:- सुबह खाली पेट इसका सेवन लाभदायक है।
3. हल्दी वाला दूध:- रात में इसे पीने से सूजन कम होती है।
4. धूप में बैठना:- विटामिन डी थायराइड के लिए फायदेमंद है।
5. नारियल तेल का उपयोग:- खाना पकाने में नारियल तेल का इस्तेमाल करें।
6. 7 घंटे की नींद:- अच्छी नींद मेटाबोलिज्म को सही रखती है।
आहार में शामिल करें
1. अलसी के बीज
2. नारियल
3. मुलेठी
4. मशरूम
5. हल्दी दूध
6. दालचीनी
इन चीजों से परहेज करें
1. चीनी और सफेद चावल
2. केक-कुकीज़
3. तले-भुने खाद्य पदार्थ
4. सॉफ्ट ड्रिंक्स
थायराइड को नियंत्रित करने में आयुर्वेदिक उपाय बेहद कारगर साबित होते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक नुस्खे दिए गए हैं:
– मुलेठी: थायराइड हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है।
– तुलसी और एलोवेरा जूस: रोजाना सुबह इसका सेवन फायदेमंद है।
– त्रिफला: एक चम्मच त्रिफला पाउडर रोजाना लेने से थायराइड नियंत्रित रहता है।
– अश्वगंधा: रात में गर्म दूध के साथ इसका सेवन करें।
– हरा धनिया: पीसकर पानी में मिलाकर पीने से राहत मिलती है।
निष्कर्ष
थायराइड शरीर का एक छोटा लेकिन अत्यधिक महत्वपूर्ण अंग है। इसे नजरअंदाज करना दिल, मस्तिष्क, आंखों और अन्य अंगों के लिए खतरनाक हो सकता है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। ध्यान रखें, शरीर के छोटे-छोटे अंगों का ख्याल रखना भी अच्छे स्वास्थ्य का हिस्सा है।
स्वास्थ्य पर ध्यान दें और थायराइड जैसी समस्याओं से बचें। आपका शरीर आपका सबसे बड़ा साथी है, इसकी देखभाल करें।