पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर राजनीतिक हलचल फिर तेज हो गई है। आगामी 13 नवंबर को चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले, नीतीश कुमार बार-बार कह रहे हैं कि वह एनडीए के साथ ही रहेंगे और कहीं और नहीं जाएंगे। 17 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बात दोहराई थी। इस बयान पर पाटलिपुत्र से सांसद मीसा भारती ने रविवार को प्रतिक्रिया दी, जिससे यह सवाल उठने लगा है कि क्या नीतीश कुमार फिर से पाला बदलने की सोच रहे हैं।
मीसा भारती ने नीतीश कुमार की गारंटी पर सवाल उठाए
मीसा भारती ने कहा, “नीतीश कुमार कब पलटी मारेंगे, इसका किसी को पता नहीं। जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को भी नहीं पता कि नीतीश कुमार क्या करेंगे और कब करेंगे। उनके इर्द-गिर्द कोई नहीं जानता, चाहे वह संजय झा ही क्यों न हों।” उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार जब नीतीश कुमार ने गठबंधन बदला था, तब उन्होंने ऐसा ही बयान दिया था, लेकिन फिर भी उन्होंने दूसरी बार पाला बदला। तीसरी बार इसकी गारंटी कौन लेगा?
नीतीश के अचानक फैसले लेने की काबिलियत पर जोर
मीसा भारती ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार खुद ही अपने दिल के फैसले लेते हैं और नरेंद्र मोदी भी गारंटी नहीं दे सकते कि नीतीश कुमार एनडीए से फिर नहीं जाएंगे। उन्होंने नीतीश के अचानक फैसले लेने की काबिलियत पर जोर देते हुए कहा कि राजनीति में कुछ भी संभव है।
गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर निशाना
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए मीसा भारती ने कहा, “यह लोकतांत्रिक देश है, हर किसी को यात्रा निकालने का अधिकार है। लेकिन अगर यात्रा से कोई कारखाना खुलता है और रोजगार पैदा होता है, तो गिरिराज सिंह को हमेशा यात्रा निकालनी चाहिए।” उन्होंने भागलपुर में सांप्रदायिक लड़ाई पर भी कहा कि यह कानून-व्यवस्था का मामला है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
जहरीली शराब और चंद्रबाबू नायडू पर भी बोलीं मीसा भारती
मीसा भारती ने जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर भी नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधा और कहा कि बिहार को केंद्र से कुछ नहीं मिल रहा है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के ‘अधिक बच्चे पैदा करने’ वाले बयान पर उन्होंने कहा कि नेताओं का काम ऐसे बेतुके बयान देना नहीं, बल्कि रोजगार और विकास के साधन उपलब्ध कराना होना चाहिए।
मीसा भारती के इन बयानों से बिहार की राजनीति में नए सिरे से चर्चाएं शुरू हो गई हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।