नई दिल्ली, 30 अक्तूबर 2024 – दीपावली पर पटाखों के बैन को लेकर उठे विवाद पर बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने और नसीहतें देने की प्रवृत्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि जब भी होली या दीवाली जैसे हिंदू त्योहार आते हैं, प्रदूषण और अन्य कारणों से रोक लगाने की मांग उठने लगती है। उन्होंने कहा कि “बकरीद पर सवाल क्यों नहीं उठाए जाते?”
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि दिवाली पर दीयों में जलाए जाने वाले तेल की आलोचना करने वालों को बकरीद के दौरान लाखों बकरे काटने पर भी विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, “बकरीद में जो लाखों के बकरे काटे जाते हैं, उसे रोक कर उन पैसों को गरीबों में बांट दिया जाए तो अच्छा होगा और जीव हिंसा भी बचेगी।”
“न्यू ईयर पर पटाखों से प्रदूषण नहीं होता?”
धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि दीवाली पर पटाखों के प्रदूषण को लेकर उठने वाले सवाल, 1 जनवरी को गायब हो जाते हैं, जब पूरी दुनिया हैप्पी न्यू ईयर के नाम पर जमकर पटाखे जलाती है। उन्होंने कहा, “होली पर पानी खराब होने की चिंता करने वाले खून खराबे पर चुप रहते हैं।” शास्त्री जी ने दोहरे मापदंड अपनाने वालों को निशाने पर लेते हुए व्यंग्य में कहा कि “ऐसे लोगों पर एक सुतली बम रखवा देना चाहिए।”
कई राज्यों में पटाखों पर सख्त बैन
बता दें कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु सहित कई राज्यों ने पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पटाखों पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। इन राज्यों में केवल ग्रीन पटाखों के सीमित समय के लिए इस्तेमाल की अनुमति है, ताकि प्रदूषण पर नियंत्रण रखा जा सके।